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SIP में नेगेटिव रिटर्न? जानें क्या करें

अगर आपकी SIP लगातार नेगेटिव रिटर्न दे रही है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि म्यूचुअल फंड निवेशक इस स्थिति में क्या कदम उठा सकते हैं।

Atal Bihari Tiwari

3/10/20251 min read

person taking photo of cup inside room
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SIP लगातार नेगेटिव रिटर्न दे रही है तो क्या करें?

आज के समय में SIP (Systematic Investment Plan) म्यूचुअल फंड निवेश का सबसे लोकप्रिय तरीका बन चुका है। यह लंबी अवधि में कंपाउंडिंग का लाभ दिलाता है और बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने में मदद करता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि SIP लगातार नेगेटिव रिटर्न देने लगती है, जिससे निवेशक परेशान हो जाते हैं। अगर आपकी SIP भी लॉस में जा रही है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि ऐसी स्थिति में क्या किया जाए।

1. घबराएं नहीं, धैर्य बनाए रखें

SIP को लंबी अवधि के लिए डिज़ाइन किया गया है। अगर आपकी SIP अभी नेगेटिव रिटर्न दिखा रही है, तो तुरंत घबराने की जरूरत नहीं है। बाजार में अस्थिरता (volatility) एक आम बात है, और यह हमेशा एक जैसा नहीं रहता। लंबे समय तक SIP में निवेश बनाए रखने से मार्केट रिकवरी होने पर अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

2. SIP को जारी रखें

अक्सर निवेशक मार्केट गिरते ही SIP बंद करने की गलती कर बैठते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि जब मार्केट नीचे होता है, तो SIP के जरिए आपको कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं। जब बाजार ऊपर जाएगा, तो इन यूनिट्स का मूल्य भी बढ़ेगा और आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा।

3. अपने फंड की समीक्षा करें

अगर आपकी SIP लगातार लॉस में जा रही है, तो आपको यह देखना चाहिए कि आपका निवेश सही फंड में है या नहीं। कुछ जरूरी बातें:

  • क्या आपका फंड अच्छा प्रदर्शन कर रहा है?

  • क्या फंड का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है?

  • क्या फंड का मैनेजमेंट सही तरीके से हो रहा है?

अगर आपका फंड लगातार खराब प्रदर्शन कर रहा है, तो आपको किसी बेहतर विकल्प में स्विच करने पर विचार करना चाहिए।

4. अपने निवेश का उद्देश्य समझें

कई बार लोग SIP को गलत उद्देश्य से चुन लेते हैं। अगर आपका लक्ष्य 5-10 साल बाद अच्छा रिटर्न पाना है, तो आपको शॉर्ट-टर्म लॉस को नजरअंदाज करना होगा। अगर आपको जल्दी पैसा चाहिए, तो SIP शायद सही विकल्प नहीं है।

5. एसेट एलोकेशन पर ध्यान दें

आपका पोर्टफोलियो बैलेंस होना चाहिए। सिर्फ इक्विटी फंड्स में निवेश करने की बजाय, आपको डेब्ट फंड्स, गोल्ड फंड्स, और हाइब्रिड फंड्स में भी निवेश करना चाहिए। इससे जोखिम कम होगा और पोर्टफोलियो स्थिर रहेगा।

6. मार्केट ट्रेंड्स को समझें

अगर आपकी SIP लॉस में है, तो यह भी देखना जरूरी है कि मार्केट की स्थिति क्या है। कई बार ग्लोबल इकोनॉमिक फैक्टर्स, इन्फ्लेशन, और ब्याज दरों में बदलाव के कारण बाजार गिरता है। इन सभी फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए आपको अपनी SIP रणनीति तय करनी चाहिए।

7. SIP स्टॉप करने के बजाय टॉप-अप करें

जब मार्केट नीचे होता है, तो यह खरीदारी का अच्छा मौका होता है। अगर आपके पास अतिरिक्त फंड्स हैं, तो आप अपने SIP को टॉप-अप कर सकते हैं या एकमुश्त (lump sum) निवेश कर सकते हैं। इससे आपको ज्यादा यूनिट्स मिलेंगी और लॉन्ग-टर्म में ज्यादा फायदा होगा।

8. एक्सपर्ट की सलाह लें

अगर आपको खुद निर्णय लेने में कठिनाई हो रही है, तो किसी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। वे आपके रिस्क प्रोफाइल, निवेश लक्ष्य और मार्केट कंडीशन्स को ध्यान में रखकर सही सुझाव देंगे।

निष्कर्ष

SIP में नेगेटिव रिटर्न देखकर घबराने की जरूरत नहीं है। मार्केट हमेशा एक जैसा नहीं रहता, और समय के साथ इसमें सुधार आता है। अगर आपका फंड अच्छा है और आपकी निवेश रणनीति सही है, तो आपको SIP जारी रखनी चाहिए। जरूरत हो तो पोर्टफोलियो की समीक्षा करें, एसेट एलोकेशन को सही करें और अगर संभव हो तो गिरावट पर और निवेश करें।

याद रखें – निवेश में धैर्य और सही रणनीति ही सफलता की कुंजी है!

नोट: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

अस्वीकरण (Disclaimer):

इस लेख में दी गई जानकारी केवल शिक्षा और सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से प्रदान की गई है। इसमें वर्णित आंकड़े और विश्लेषण विभिन्न स्रोतों के आधार पर प्रस्तुत किए गए हैं, लेकिन इनकी सटीकता या पूर्णता की कोई गारंटी नहीं दी जा सकती। निवेश से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें, क्योंकि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक होते हैं और जोखिम हमेशा बना रहता है।यह लेख केवल शैक्षिक और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है, इसलिए कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय हानि के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। निवेश से पहले अपने स्वयं के अनुसंधान (Research) और जोखिम आकलन (Risk Assessment) को प्राथमिकता दें।